गोली खाकर
एक के मुँह से निकला - 'राम'। दूसरे के मुँह से निकला- 'माओ'। लेकिन तीसरे के मुंह से निकला- 'आलू'। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट है कि पहले दो के पेट भरे हुए थे। 【सर्वेश्वरदयाल सक्सेना】Everyone does have a book in them. Here is few pages of my life, read it through by my stories,poetry and articles.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
बाबा नीम करौली महाराज-प्रेम, भक्ति और करुणा के प्रतीक
बाबा नीम करौली महाराज भारत के एक महान संत थे, जिन्हें उनके भक्त “महाराज जी” कहकर पुकारते हैं। उनका वास्तविक नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा था। वे...

-
तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश है जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ समझ न इनको वस्त्र तू ये बेड़ियां प...
-
मेरे सपनो को जानने का हक रे क्यों सदियों से टूट रही है इनको सजने का नाम नहीं मेरे हाथों को जानने का हक रे क्यों बरसों से खली पड़ी हैं इन्हें...
-
कुंभ मेले की पौराणिक कथा कुंभ मेले की उत्पत्ति की कहानी समुद्र मंथन से जुड़ी हुई है, जो देवताओं और असुरों के बीच हुए एक पौराणिक संघर्ष का ...
तीन बच्चे
ReplyDeleteतीन तरह के
करोड़ो पैदा ही
कहते हैं
मोदी
अच्छा व्यंग्य
सादर
Sahi Kaha
ReplyDeleteवाह
ReplyDelete