Everyone does have a book in them. Here is few pages of my life, read it through by my stories,poetry and articles.
Tuesday, August 7, 2018
Sunday, August 5, 2018
दोस्ती हमारी
ना कभी सवाल पूछा
ना कभी प्रमाण माँगा
बस कहने भर से साथ
चल देते थे
मेरे चेहरे को
किताब
की तरह पढ़ लेते थे
दुनिया के तानो को
हम साथ में मिलकर
सह लेते थे
मान –अपमान के तराजू
में कभी तौला नहीं
बस हँस के सहारा
दिया
करते थे
वो दोस्त ही थे
जिनके साथ हम बेफिक्र
जीया करते थे
ज़िन्दगी का सच
हार का गम सब भूल के
खुलकर उनके साथ
रहा करते थे
वो दोस्त ही थे
जो बिना शर्त
साथ दिया करते थे
लड़ते थे झगड़ते थे
मान भी झट से जाते
थे
वो दोस्त ही थे
जिनके साथ हम बेफिक्र
जीया करते थे
रिंकी
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