गोली खाकर
एक के मुँह से निकला - 'राम'। दूसरे के मुँह से निकला- 'माओ'। लेकिन तीसरे के मुंह से निकला- 'आलू'। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट है कि पहले दो के पेट भरे हुए थे। 【सर्वेश्वरदयाल सक्सेना】Everyone does have a book in them. Here is few pages of my life, read it through by my stories,poetry and articles.
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राम नाम
दोहे - जीवन होगा दर्द मे , जब तक संकट काल। संगत सच्ची सार है, विपदा गहरी टाल ।।१ बढी होड यश नाम की,मोल मिले है आज। झूठा भी सांचा लगे , बहु...
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तूने खूब रचा भगवान् खिलौना माटी का इसे कोई ना सका पहचान खिलौना माटी का वाह रे तेरा इंसान विधाता इसका भेद समझ में ना आता धरती से है इसका ना...
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तू खुद की खोज में निकल तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश है जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ समझ न इनको वस्त्र तू ये बेड़ियां प...
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मेरे सपनो को जानने का हक रे क्यों सदियों से टूट रही है इनको सजने का नाम नहीं मेरे हाथों को जानने का हक रे क्यों बरसों से खली पड़ी हैं इन्हें...
तीन बच्चे
ReplyDeleteतीन तरह के
करोड़ो पैदा ही
कहते हैं
मोदी
अच्छा व्यंग्य
सादर
Sahi Kaha
ReplyDeleteवाह
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