Tuesday, April 21, 2020

आज मेरे प्रियतम घर आए-Bulleh shah



घड़ियाली (घंटा बजाने वाला) को निकाल दो क्योंकि
आज मेरे प्रियतम घर आए हैं।
घड़ियाली थोड़ी-थोड़ी देर बाद घड़ियाल बजाकर मेरे मिलन की रात को घटा देता है।
अगर वो मेरी बात समझता है
तो उसे ख़ुद अपने हाथ से घड़ियाल फेंक देना चाहिए।

No comments:

Post a Comment

Thanks for visiting My Blog. Do Share your view and idea.

मेहरम

चुप ने ऐसी बात कही खामोशी में सुन  बैठे  साथ जो न बीत सके हम वो अँधेरे चुन बैठे कितनी करूं मैं इल्तिजा साथ क्या चाँद से दिल भर कर आँखे थक गय...