दुर्गा का
पर्व
तार-तार है
पाखंड क्यों?
हत्या बेटी की
गर्भपात कराते
पापा करते
आराधना क्यूँ ?
सिर्फ शोर है
जीने का मौका
वरदान है
भक्ति का पर्व
लज्जित होती
औरत हर रोजतार-तार है
माँ कहते हो
मूर्ति को पूजते
होपाखंड क्यों?
हत्या बेटी की
गर्भपात कराते
पापा करते
बलात्कार है
अत्याचार है
यहाँआराधना क्यूँ ?
असफल है
पाखंड तुम्हारा..
हांसिर्फ शोर है
अधिकार दो
शिक्षा का
अवसरजीने का मौका
शक्ति की पूजा
स्त्री का सम्मानवरदान है
रिंकी
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